खुशी की बात है की मैं लुख्नाओ में हूँ. मिलनसार और सुशील लोगो के आपुस में रहनेवाल्ली हूँ । और काम करती हूँ।
यह मेरा बिंदास हिंदी ब्लॉग है। उसमें मैं आपने आलग-आलग हिंदी प्रोजेक्ट्स के बारे में लिखूंगी.
पहली जगह, मेरा इन्तेर्न्शिप इ-नेक्स्ट से. मैं बहुत खुश हूँ की मैं इन लोगो के साथ इन्तेर्न्शिप कर सकती हूँ: Thank you, Guys
दूसरी जगह, मैं हिंदी की distance education course बना रही हूँ, डच बोल्नेवाल्ले लोगों के लिए, इसके बारे में मैं भी लिखौंगी
बेल्गियम में मैं interpretation का काम भी करुँगी
अगर कोई सलाह देना चाहे या ख्याल देना, कृपया बिल्कुल दिजियी। ये बात मेरी मदद कर सकतीं हैं!यह मेरा बिंदास हिंदी ब्लॉग है। उसमें मैं आपने आलग-आलग हिंदी प्रोजेक्ट्स के बारे में लिखूंगी.
पहली जगह, मेरा इन्तेर्न्शिप इ-नेक्स्ट से. मैं बहुत खुश हूँ की मैं इन लोगो के साथ इन्तेर्न्शिप कर सकती हूँ: Thank you, Guys
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और अगर कोई "follower" हो जाना चाहे, आपका स्वागत है
Cheers,
ग्रेट जार्जिया. आपकी हिन्दी बिल्कुल बिंदास है आपकी तरह. अपने ब्लाग की ताजा पोस्ट में मैंने सड़क पर जगह जगह थूकने वालों पर नाराजगी जताई थी. पान, टोबैको को खाकर सड़क पर थूकने वालों को च्यू तिया कहते हैं. यह वीडियो क्लिप देख कर क्लियर हो जाएगा. एंज्वाय हिन्दी और इंडिया.
ReplyDeletegiorgia aapsay milkar aacha laga .
ReplyDeleteलखनऊ आई नेक्स्ट में तो आप प्रतिभा जी जैसी अग्रणी पत्रकार का साथ पाएंगी तो बहुत सीखेंगी.
ReplyDeleteप्रिय ज्यार्जिया
ReplyDeleteस्वागत है इस प्रयास के लिए ।
पर शुद्ध और मानक हिंदी पर ज़ोर देतीं कुछ ध्यान वर्तनी पर भी देंतीं तो कितना अच्छा होता।
वशिनी
प्रिय जिओर्गिया जी!
ReplyDeleteआपकी हिन्दी बिन्दास और आप भी बिन्दास। तभी तो हिन्दी में ब्लॉग सुरू किया। कभी मास्को (रूस) आइए न । मैं मास्को विश्वविद्यालय में हिन्दी साहित्य पढ़ाता हूँ।
हिन्दी भाषा और साहित्य के सिलसिले में किसी भी काम के लिए आप मेरी सेवाएँ ले सकती हैं। हिन्दी में कविता की हम लोगों ने एक वेबसाईट भी बनाई है। कृपया उसे देखें। www.kavitakosh.com
सादर
अनिल जनविजय